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बिहार की राजनीति व्यवस्था |
भारत में बिहार की राजनीति सबसे महत्वपूर्ण और जटिल राजनीतिक व्यवस्था में से एक है। यहां की राजनीति सामाजिक मुद्दों और विकास के कार्य पर आधारित होती है। बिहार में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों स्तरों के राजनीतिक दल सक्रिय हैं, और यहां का राजनीतिक वातावरण हमेशा चर्चा का केंद्र बना रहता है।
राजनीतिक दलों के कुछ प्रमुख नाम
राष्ट्रीय जनता दल (RJD):
RJD की स्थापना: 1997
इनके प्रमुख नेता:
लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव
जनता दल (यूनाइटेड) - JDU:
स्थापना: 2003
प्रमुख नेता: नीतीश कुमार
इसके आधार: कुर्मी, कुशवाहा और अन्य पिछड़े वर्ग
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
इन्हें राष्ट्रीय पार्टी भी कहा जाता है
इसके आधार: उच्च जातियां, व्यापारिक वर्ग
कांग्रेस पार्टी
एक समय था, जब बिहार में मजबूत पकड़ थी, लेकिन अब क्षेत्रीय दलों के उभरने के कारण कमजोर हो गई है
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और HAM
छोटे क्षेत्रीय दल जो दलित और पिछड़े वर्गों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
जातीय समीकरण
बिहार की राजनीति में जाति एक प्रमुख भूमिका निभाती है। जातीय गठजोड़ और वोट बैंक का प्रभाव चुनावों में बहुत बड़ा है। यादव, कुर्मी, भूमिहार, दलित, और मुस्लिम समुदायों का समर्थन जीतने के लिए हर पार्टी रणनीति बनाती है।
महागठबंधन: RJD, JDU (2022 के बाद), कांग्रेस, और वाम दल।
NDA: BJP, LJP, और अन्य सहयोगी।
नीतीश कुमार का उदय कबसे हुआ
नीतीश कुमार ने बिहार की राजनीति को विकास और सुशासन के एजेंडे पर केंद्रित किया। उनके कार्यकाल में सड़क, बिजली और कानूनी व्यवस्था में सुधार किए गए। हालांकि, उनकी बार-बार गठबंधन बदलने की नीति पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
लालू यादव का प्रभाव क्या है
लालू यादव का कार्यकाल "सामाजिक न्याय" और गरीबों के उत्थान पर केंद्रित था। हालांकि, उनके शासन को "जंगलराज" के नाम से भी आलोचना मिली।
तेजस्वी यादव की भूमिका क्या है
तेजस्वी यादव युवा नेता के रूप में RJD को नई दिशा दी है और युवाओं तथा गरीब वर्गों के बीच लोकप्रियता हासिल की है।
नीतीश कुमार का NDA से अलग होना
नीतीश कुमार ने 2022 में NDA से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए। इससे बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव आया।
2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी:
2024 में बिहार के राजनीतिक दल के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बना रहे हैं। महागठबंधन और NDA के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
विकास और बेरोजगारी
बिहार की राजनीति में अब विकास और रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा बढ़ता ही जा रहा है।
भारत की राजनीति को बिहार की राजनीति बड़े स्तर पर प्रभावित करती है। यहां के जातीय समीकरण, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के गठजोड़, और नेताओं की भूमिका हमेशा से ही राजनीतिक विश्लेषकों और जनता के लिए हमेशा चर्चा का विषय रहा है।